रात और दिन मे नगमे लिखे जा रहा हू! अब मिसरो की जुगल बंदी नही हो रही! कुछ लिखा है तेरे मेरे किस्सो पर! कुछ लिखा है अपने और अपनो के रिश्तो पर! के अब इल्म हो रहा है की ये इश्क आखिर क्यो नही होता किश्तो पर! तेरी सादगी मे मशहूर हो गये नजदीक आते आते तुमसे दूर हो गये बै तहाशा इश्क का फितूर हो गये ऐ यार कैसे इतना हम मजबूर हो गये 👑👑👑👑👑👑 Name.of.king ©kt chains #chains