कोई बात नहीं, हमारा तो गम भी हमें भाता है। गलती क्या करते है हम कसूर क्या करते हैं हम अकेले दुनियां में आकर भी रिश्तों में बधते है हम जब गम के अधेरो में छोड़ देते है लोग तो दुनिया कहने लगती है जाने दो इसके पास कोई नहीं जाता है पर कोई बात नहीं, हमारा तो गम भी हमें भाता है pragya