कोई क्या जाने ये राते खुद में कितना कुछ छिपाये है जो कह ना पाते हम खुद से भी वो रातों में अक्सर हम चांद को बताएं है चांद भी खामोशी से कभी दर्द कभी हमारी सिसकियां सुनता है आहिस्ता आहिस्ता अपनी रोशनी से कभी हमारे दर्द पर मरहम तो कभी रूह को सुकून पहुंचाए है चांद को बताएं है.... #pankhmythoughts #nisafriend #moontalk #moonmakesme