*गाना...(आह...काश... गा भी पता यहाँ तो मेरा स्वप्न पूर्ण हो कहानी पूरी हो जाती...) जाईये आप कहाँ जाएंगे ये नज़र लौट के फिर आयेगी दूर तक आप के पीछे पीछे मेरी आवाज़ चली जायेगी आपको प्यार मेरा याद जहाँ तक आएगा कोई कांटा वहीं दामन से लिपट जाएगा जब उठोगे मेरी बेताब निगाहों की तरह रोक लेगी कोई डाली मेरी बाहों के तरह देखिये चैन न मिलेगा कहीं दिल के सिवा आपका कोई नहीं कोई नहीं दिल के सिवा दूर तक आप के पीछे पीछे मेरी आवाज चली जायेगी जाईये आप कहाँ जाएंगे ये नज़र लौट के फिर आएगी ---मजरूह सुल्तानपुरी आप सभी को #क्षमापना पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ। क्षमा याचना और क्षमा दान जैन धर्म की महत्वपूर्ण शिक्षाओं में से है। मानव के कितने ही क्लेश केवल क्षमा से कट जाते हैं। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi