तुमसे रहने लगे हैं आजकल गुमसुम से आँसू कुछ सूख चुके ... कुछ हैं अब भी नम से कौन सी नई बात है... राबता ये बहुत पुराना है अपना गम से... जूझते हुए अपने अब भ्रम से आसमान में जैसे दिखाई पड़ते है तारे किसी कतार में सिलसिलेवार ... क्रम से। बस इतना ही कहना है बाकी सम्भल पाऊँ मैं भी ... तुम भी ताकि क्षितिज के किसी छोर पर तो दोबारा मुलाकात होगी .... शायद! जी जान से करते हुए मिलने की कवायद दूर जाते हुए ... तुमसे....। #दूरजातेहुए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqbaba #yqquotes #yqhindi #yqdada with YourQuote Didi