मरहम बनकर लब्ज़ मेरे जख्म तुम्हारे भर पाएं नींद नहीं जब आए तुमको मीठी लोरी बन जाएं नीरस लगे जब जीवन तुमको मन तुम्हारा बहलाएं हवाओं से शीतल बन थकान तुम्हारी हर जाएं बेमानी हैं लब्ज मेरे अगर काम तुम्हारे न आएं आ जाओ अब मीत मेरे ये लब्ज़ तुम्हें बुलाएं... #nojotohindi#meet#lord#labz