तू कभी साथ होता था, अभी आंखों से दूर है.. तुझसे मिलना मैं चाहूं, मगर दिल मजबूर है.. कभी वक्त की गनीमत, तो कभी दिल की हिचकिचाहट.. यह इम्तेहान ए दोस्ती, तो दुनिया का दस्तूर है.. ©Aiz malik0 imtehaan e dosti #CoupleGoals #Shayari #Love #Poetry