मैं तन्हा हों कर भी, कभी तन्हा नही होता, इन दिनों, अक़्सर मैं, मैं नही होता... कैसा है तेरा असर, क्या कहूं, मुझ पर, बस ये है की, मेरा बस, मुझ पे नही होता... यही इश्क़ है शायद, जो बदल रहा हूं मैं, तू भी, संग बदलता मेरे, तो कितना अच्छा होता... यूं है, तुझे सोचना हर वक़्त, मुझे सुकूं देता है, एहसास है, तुझे अल्फाज़ करना मुझसे नही होता... ©Bhushan Rao...✍️ #tu_jane_na #Nojoto_hindi #Nojoto_Writer Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"Amita Tiwari Sudha Tripathi