जो मोहब्बत हर करवट साबित करना पड़े, तो ठहर जाओ, जो कहकर खुड़पे यकीन दिलाना पड़े, तो ठहर जाओ। ठहर जाओ के यह सफर गलत दिशा में बढ़ता चला, ठहर जाओ के भ्रम अब हद पार चढ़ता चला। ठहर जाओ हाँ ठहर जाओ, इसकी कोई मंज़िल नहीं, मोहब्बत बेशुमार है बेशक, मगर यहाँ कोई काबिल नहीं। कश्ती में तो बैठ गए, क्या कश्ती चलाना आता है, जो डर लगे बीच समुन्दर, क्या खौफ भगाना आता है। एक हाथ से ताली बजती नहीं, अपने हाथ बढ़ाओ तुम, साथ चलना है तो चलो, संग कदम मिलाओ तुम। #thediary #yostowrimo #inthemirror #वापसीकहानी #महसूस #yqdidi #yqbaba #poetry