New Year 2025 महाकुंभ तैयार है , जुड़ती भीड़ अपार। सत्य सनातन धर्म की, चहुंओर जयकार।। आस और विश्वास की,बहती गंगा धार। इसमें गोता तू लगा, यह जीवन का सार।। ©Tarun Rastogi kalamkar #महाकुंम2025