लंगर डाल ले पैरों पर तू सुन मेरी बंजारे ना सूरज ना चन्दा तेरा ना तेरे टिमटिम तारे कतरन कतरन सी पैराहन चलते हैं तख़्त हजारे सुना है गलियों में फिरते हैं राँझे मारे मारे राँझा #hindinama #kavitakosh