White एक घर में बचपन बीता ,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है , मां ,भाई ,बहन ,पापा का प्यार जाने कब दायरे में सिमट जाता है , उस घर आंगन भी जाने को सबसे इजाज़त लेना पड़ता है ,, एक हाथ से कई रिश्ते छूटे, दूजा हाथ कई रिश्तों के लिए बढ़ाना पड़ता है ,, कभी मन से कभी बेमन सारे रिश्ते निभाने पड़ते है , किसी एक शख्स के खातिर पूरी जिंदगी बदलनी पड़ती है , एक घर में बचपन बीता ,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है ..... एक घर में बचपन बीता,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है ...... ©Pragya Karn #nojoto #poem #writing g #poetry