त-रास-ते आज भी हम हैं अपने चेहरे को कहीं आपकी दुआओं से यह दूर ना हो जाए ! बनी हरे सर पे तेरी दुआँए ऐ- मालिक, क्या पता कब नज़रें खुद से ही दूर हो जाए !! ©Anushi Ka Pitara #आत्मबोध #feelings