दो पहियों की गाड़ी पर, एक दिल हुए करते थे कन्धों से छाती मिलकर, प्यार हुए करते थे वो एक तरफ बैठा करती, ज़िद दो तरफ की करते थे होले होले चलती गाड़ी हमें कहां गवारा थी मेरी है कसम तुम्हे कहकर ,मीटर ९० से ४० लाते थे वो ढंकती पल्लू माथे पर हम हेलमेट का शीशा लगाते थे देख ना ले अपना कोई , तंग गलियों में भ्टका करते थे वो कंधो पर हाथ रखा करती हम उसकी ओर लखाते थे वो हलकी सी मुस्काती थी, हम एक ओर गियर बढ़ाते थे दो पहियों की गाड़ी पर एक दिल हुए करते थे कंधो से छाती मिलकर प्यार हुआ करते थे #Isolated #situationteller #shubhamtyagi #trendingshayari #firstposts #Nojoto #lovequotes #hindi_poetry