" वैश्विक महामारी के व्यापक संक्रमण से सुरक्षार्थ देशव्यापी जन एकांतवास के सुअवसर पर रिक्त समयों के सदुपयोग हेतु हमारे कुछ अनुकरणीय सुझाव। " (अनुशीर्षक में👇) ******************************** घर में रहने की शिल्पकला को जीवनदान दिया जाये, दादा-दादी सुत प्राणप्रिया को खोया मान दिया जाये। है चन्द्र-मास का सुअवसर मिलकर के जीवन जीने का, इस नयी - नवेली पीढ़ी को कुछ तो पैगाम दिया जाये।। तुम दादी के परियों की कहानी बच्चों को सुनवा देना, दादा जी के पगडण्डी की बस घर में सैर करा देना।।