कभी अपनों के बीच रहा , कभी परायों में रहा , ज़िन्दगी भर वो सायों में रहा ....... कुछ लोग उसे बुजदिल कहते थे , जब उनपर बुरा वक्त आया , एक वही सबकी निगाहों में रहा ....... Buzdil