#Pehlealfaaz जाने क्यों दरख़्त कागज़ बनाये जाते है फिर लोग इनपे बेवजह ख़्याल सजाते है। इक बार छूट गया था दराज़ में कोरा कागज़ इक अब देखता हूँ तो इक दीवान उतरा रखा है गए वक़्त की सिलवटों की लिखावट में हू-ब-हू, ✍️ रॉबिन (मुरीद) #दरख़्त