कोई अपना नहीं भोलेनाथ जिससे उमीद की वही स्वार्थी निकला मतलव के लिए मनाया किसी ने तो कई बार गुस्से में, नाराज़गी में, तड़पने के लिए छोड़ दिया। 😭 ©Miss poojanshi #Thinking #matlav