मन बंजारा ~~~~~~~~ इत उत डोले मन बेचारा.... मन बेचारा, मन बंजारा इत इत डोले मन बेचारा..... जीवन सफर के कितने ठिकाने, कोई है अपने, कोई बेगाने बेगानों से मन जुड़ जाए, मन जुड़ जाए और आस लगाए, फिर; इत उत डोले मन बेचारा, मन बेचारा, मन बंजारा..... एक ये डर है कि, मैं हूं अकेला कोई तो होता साथ जो देता, साथ जो देता वो मन बस जाता मन बस जाता और प्रीत निभाता... फिर; इत उत डोले मन बेचारा, मन बेचारा मन बंजारा.... राही थके ना, चलता ही जाए चलता ही जाए, बढ़ता ही जाए चलते हुए पर मन घबराए, मन घबराए और डट नहीं पाए, फिर; इत उत डोले मन बेचारा, मन बेचारा मन बंजारा..... ©Raman मन बंजारा ~~~~~~~~ इत उत डोले मन बेचारा.... मन बेचारा, मन बंजारा इत इत डोले मन बेचारा..... जीवन सफर के कितने ठिकाने, कोई है अपने, कोई बेगाने