ये साँसें अटकी पड़ी है सिर्फ तेरी दीद पर, ये पतंगा जल रहा है, शमा तेरी उम्मीद पर, इस जहां के सब बंधनों की जंजीरें तोड़कर, आकर गले से लिपट लो जानम, इस ईद पर। --Vimla Choudhary 21/7/2021 ©vks Siyag #EidMubarak❤ #Eiduladha #Eid2021 #21July2021 #IshqUnlimited #intazaar #nojotoshayari #nojotopoetry