जवाब ना दे पाऊ ऐसा सवाल हो तो वो भरोसा ही क्या ! जीवन अधूरा रेह जाये अगर साथ रेहणे से हमारे तो वो एहसास ही क्या ! हम वही है जहा आप हो मौजुदगी की जरूरत ही क्या ! ख्वाहिश आपकी हर पुरी होगी लेकीन हर बार मेरे रुठे हुए आशिक को मनाना जरुरी है क्या ! आपका हमदर्द ©Kiran Pawara #just