*आवाज* आवाज!! इतनी तेज होती हैं कि इससे संसद और न्यायलय भी हिल..जाए.. डगमगा.. जाए.. पर आवाज ...! किन लोगों के?? उनके जिन्होनें सिसकीयां ,हिचकीयां भी न ली हों और गूंज संसद में सुनाई दे! या उनके जिन्होंने सोय वक्त भी अपनी चीख साथ लेकर चलते हों ... और जगाऐ भी तो एक चीख ही!! जिनकी गूंज मील दूर भी किसी को सुनाई न दे!!!😥 *डेविड* आवाज