उस फ़लक पे सितारों में इक चाँद है और ज़मीं पे वो शय आप ही आप हैं ये अँधेरे हैं रोशन नज़र आप से क्या कहें आपकी मुख़्तसर आपसे बेनिशाँ को मिले राहेबर आप से मुश्किलें हैं रही बेअसर आप पे दिल में उस चाँद की गोया तसीर है आप आलिम हैं दानिश हैं और मीर हैं धुँधली होंगी नहीं सुर्ख़ यादें ज़बीं हर दिल में बसी आप तस्वीर हैं दोस्ती का अमल हो तो सीखे कोई तहज़ीबो अदब हो तो सीखे कोई रात ख़ामियों की सुबह कर गए हल मुश्किलें सभी बिन कहे कर गए पत्थरों को परखता रहा जौहरी आप दुनियाँ को हीरे रक़म कर गए ये नवाज़िश रही साथ दो चार दिन मुबारक़ इसे एक उमर कर गए #toyou#inshapeofyou#youandme#yqmirroring