महज़ इज़हार-ए-इश्क़ ही तो किया था उनकी बैरी नज़र का बुलडोज़र कुछ इस तरह चला कि मेरे दिल में और दिल के ईर्द गिर्द जो भी एहसास थे, उनके लिए जो जज़्बात थे अतिक्रमण कि भेंट चढ़ गए अब उन्हे कौन समझाए इश्क़ कोई दुकान मकान थोड़े ही है जो दहलीज़ देखकर किया जाए । ©Pawan Shah #love #lovegoals #izehar #zindagigulzarhai #nojohindi #Nojoto #lovebreakallrules #HeartBreak