Nojoto: Largest Storytelling Platform

कुछ देकर और बहुत कुछ लेकर एक और साल आज चला जायेगा

कुछ देकर और बहुत कुछ लेकर 
एक और साल आज चला जायेगा
इस बारी शिकायते नही किसी से
न ही खुद से।

एक साल पहले बड़ी आशाओं के साथ
कुछ उम्मीदें और बड़े वादे किए
पकड़ा था अपनी मुट्ठी में मेने इसे
वो बह गया पानी की तरह
वक्त की रेत का एहसास दिलाएं।

हर बार की तरह 
इसमें इस बार भी कई आईने दिखाए
कुछ मेरे
तो कुछ उन दोस्तो के
जिन पर कभी बहुत गुमान हुआ करता था।

जिस शहर में रहती थी एक दोस्त मेरी
आज वो शहर बेगाना लगता है
जिन चेहरों में ढूंढते थे अपनी हसी कभी
आज वो चेहरे अनजाने से लगते है
वो तो कहते है नही बदला कुछ
नए साल में मेरे संग कदम रख रहे है
पर कोई तो बताए उन्हे
मैं तो जाने कबकी खो चुकी हू
पिछले साल के ही पन्नो में कही।

©Anjali Rajput
  kar hi dete hai post
baad me khud hi padh lenge 😂

new year eve

#anjalirajput

kar hi dete hai post baad me khud hi padh lenge 😂 new year eve #anjalirajput #Poetry

1.14 Lac Views