अल्फाजों से खेलने की आदत मेरी है। मगर लोग हमे ही अल्फाजों में उलझाने की कोशिश करते हैं कहने को अपने है मगर न जाने किस कदर रिश्तों में फरेब कर जाते हैं। ©Azhar Waquar न जाने किस कदर रिश्तों में फरेब कर जाते है #patience