सूरज अब आग उगलेगा, देख लेना पानी भी गर्मी से उबलेगा, देख लेना जंगल में मंगल बहुत हो गया "कमलेश " उत्पात से इंसान की जंगल जलेगा, देख लेना। सुविधाओं को बटोर कर, इतराना क्या हर कोई इन सुविधाओं से राख मलेगा,देख लेना. हवस मिटी नहीं, सब मिटाकर भी धरती का ज्यादा दिन नहीं अब खेल चलेगा, देख लेना ©Kamlesh Kandpal #Grmi