अपनी जिंदगी के हर तकलीफ़ को हंसी में छुपा आया, दिल के हर दर्द को कही दबा आया, फिर सोचा कि क्या कहूं किसी और से, इसलिए अपने एहसास को खुद के शब्दों में पिरो आया। #जिंदिगी