कुछ बातें खुद से खुद के लिए उफ्फ्फ पता ही नहीं चला कब एक साल बीत गया और इस दुनिया में आए 22 साल हो गए। मेरी कहानी की किताब का आज से 23 वाँ पन्ना मैं लिखना शुरू करने वाली हूँ। 22 वें पन्ने की बात करूँ बहुत-बहुत बहुत अच्छा रहा, हाँ! थोड़े से दुःख ना आए तो खुशी की अहमियत कम हो जाती है तो दुःख भी जरूरी है और हर बार कुछ नया सिखाते हैं। जो हुआ जैसा हुआ सब अच्छा हुआ। एक thought याद आ गया Dr. APJ Abdul kalam sir का "Man needs his difficulties because they are necessary to enjoy success." -Dr. A.P.J. Abdul Kalam आज ही के दिन Abdul kalam sir का भी birthday होता है बस इसलिए.......