दिल मेरा गर जाम का शौकीन है, जानेमन ये आपकी तौहीन है..! हो गयी रंगत भी फ़ीकी आपकी, ज़ायक़ा शायर का अब गमगीन है.! बोझ सी लगने लगी हर एक अदा, कल तलक कहता था मैं नमकीन है! बेवफ़ाई का नहीं मुझको गिला, अब मुझे हर बात से तस्कीन है.! खोजना बेकार है उस का पता, हिंद से बिल्कुल अलग बहरीन है.! शोखियाँ, जलवे, नफ़ासत क्या करूँ? गैर है वो अब मुझे यकीन है...! ©सिद्धार्थ मिश्र स्वतंत्र #जानेमन ये #आपकी #तौहीन #है #शायर #स्वतंत्र #Nojoto #Love #viral #treanding