["मोहब्बत और रुसवाई"] "ग़ालिब, क्यों एक ही सवाल उठता है बार-बार मेरे ज़हन में? ग़ालिब, आखिर कौन चाहता है मोहब्बत में बार-बार रुसवा होना?" ©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."] #"मोहब्बत और #रुसवाई" #dodil #motivational shayari shayari #sad shayari in hindi