गिरह दिलों की खोल कर देखिए। सही और ग़लत तोल कर देखिए। उलझनें ज़िन्दगी से मिटानी है तो! जिरह मनों की बोल कर देखिए। ज़रूरी नहीं कि हम तुम साथ रहें एहसासों के साथ चलकर देखिए मुलाक़ात की ज़रूरत तो होती है पहले ख़ुद जरूरी होकर देखिए। ♥️ Challenge-702 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।