जीकर किसी पर बोझ नहीं बनना था मुझे, किसी और की वजह से न मरना था मुझे। जो राहें तकलीफ़ देतीं थी, उनपर न चलना था मुझे, संवरती चाहे मैं नहीं, न बिखरना था मुझे। जो करना नहीं चाहती थी, वो सब तो कर लिया, अब सोचना तो ye है कि क्या करना था मुझे। ©The Poetic Megha Kya Karna Tha Mujhe #Hindi #Shayari #MyOwnWords #ThePoeticMegha #Dark