आज बारिश की बौछार को देख कर अपना बचपन याद आया .. बारिश में नहाने की जिद और अपना अल्लड लड़कपन याद आया ! पेड़ों को भिगाती और मिट्टी को महकाती नन्ही बूंदे .. वो हसीन महक महसूस करूं मैं आंखें मूंदे .. इस महक मे आसमान का इस मिट्टी पर प्यार से बरसना नजर आया इन्हीं नन्ही बूंदों में फिर अपना वो बचपन याद आया ! रास्ते पर इकट्ठा वो माटी का कीचड़ , गड्ढों में भरा वो पानी का तालाब , आज उन तालाबों में फिर नाव चलाने का मन हो आया ..... बौछार में मिट्टी में खेलते बच्चों का वो बचपन फिर से याद आया ! वो गरमा गरम चाय का लुफ्त और उन पकौड़ों का स्वाद याद आया .. हां इस बरसात में अपना वो बचपन फिर से लौट आया.. बिजली का कड़कना बादलों की गरजन ... बारिश में भीगा धरती का कण कण , इन बूंदों के छलकने में बादलों का वो प्यार नजर आया... बचपन की उन यादों को संजोए मानो एक अख़बार नजर आया .. आज फिर बारिश की बौछार को देखकर अपना वह बचपन याद आया !! #हिमानी..📝📝 #nojotohindi #barish_ki_bochar #bachpan #kalakaksh #kavishala #TST 📝📝bacpan ki yaaden