तू सिर्फ मेरा था, मैं सिर्फ तेरी थी तू फिर गया कहीं मैं फिर वहीँ पे थी मैं सोची आएगा तू मगर गलत थी मैं ना जाने क्या थी बात जो हम हुए जुदा ना जाने ग़म थे क्या जो तू चला गया ना जाने कितने सितम तूने सहा होगा अजब तो बात थी की तू आया नहीं सितम यहाँ भी था मगर गयी ना मैं फिर ऐसी बात थी क्या जो तू चला गया..... ©namrata singh #hindishayari #namratasingh #MorningThoughts #relaxmind