मछली तब तक कांटे में नहीं फँसती , जब तक वह अपना मुख नहीं खोलती । ३४५/३६६ सही अवसर पर ही मुँह खोलना चाहिए, कहीं कोई कांटा न पड़ा हो। #अवसर trn yreeta-lakra-9mba