मै सुहाग हु तेरा, मुझे प्यार करते दे मै सिंगार हु तेरा, मुझे दिल से इज़हार करने दे तुम्ही से मेरी सारी खुशी जिंदगी मे सजनी.. मै तेरे हाथों का कंगन,मुझे एक बार खनांकने दे मै पैरों की पायल तेरी, मुझे तु छन छन बजने दे... शेष ... ©संजय जालिम " आज़मगढी" ## मै ##