जान थी वो मेरी, अंगारों में आ धंसी है बड़ी लंबी कही थी उम्र तेरी, दो गज में आ रुकी है लाल फबता था तुझ पर, आंखों से आ निकला है बिठाकर मुझे बेकद्रा, बता तू कहां निकला है तेरे प्रभाव में ना रोया, ना अभाव में रो पाया हूं क्या है दशा मेरी तेरे जाने से, तुझे खोकर भी,खो नहीं पाया हूं RIP supreme court😔 #Fir #nojotohindi #nojotoquote #shubhamtyagiquotes #situationteller #nojotofather #nojoto.com #Poetr👍😘yOnline