Nojoto: Largest Storytelling Platform

बंदिशों की दीवारें भले ही सोने की हो उम्मीद टिकी ह

बंदिशों की दीवारें भले ही सोने की हो उम्मीद टिकी होती हैं बस एक छोटे से छेद में, बयां कर दूं राज सारे अब क्या रखा हैं इस भेद में? 
हां माना कि वो हैं शेरनी पर क्या करें हैं तो वो पिंजरे की कैद में।।।।।

©Uday Kanwar
  #KAID✍️ Yash Mehta AD Grk Tufajul Sethi Ji Niaz (Harf)  गुरु देव[Alone Shayar] utsav Arun Dahiya  शिवोम उपाध्याय R Ojha Dikesh Kanani (Vvipdikesh) Santosh Narwar Aligarh