मैं भी लोगों की तरह खुश रहने का अरमान लिए फिरता हूं इसीलिए चेहरे पर अपनी झूठी मुस्कान लिए फिरता हूं।। लोग देखकर बोलते हैं खुशनसीब है ये कितना अब इन्हें कौन बताए मैं तो सपनों में भी राह ए शमसान लिए फिरता हूं :Anand singh✍️ ए #alone