अहसास को जिंदा रखना तुम मौसम पे मौसम बदल गए माना के अच्छे दिन ढल गए, ठहरे हुए वक्त के समझो इशारे दौड़ेंगे फिर से कदम हमारे , रुका हुआ है समय, पर बेकार नहीं है क्या हुआ जो आज,चाल में रफ्तार नही है जलते हालतों के धुंए में, न हो जाना गुम लड़ने के अहसास को, बस जिंदा रखना तुम ©Pawan Soni Ji #typewriter #pawansoniji #Poetry