क्या लिखूं उनके बारे में... लिखने को... अल्फ़ाज नहीं...!! जिनसे होता कल मेरा, ख़त्म आज नहीं..!! उन्ही की तो परछाई मैं, क्या छिपा है उनसे शायद कोई.. राज़ नहीं..... क्या सोचा है, उनके बिना जीना भी एक रोज... देखो मुरशद... मज़ाक नहीं...!! @jhutha.shayar.. . ©Gaurav... #mapapa