कभी तो मिलना मुनासिब होगा हमारा तुम्हारा... कभी तो आने वाले वक्त का एक छोटा सा लम्हा... उन अधूरी धूल लगी कहानियों को... किसी मंजिल किसी मकाम की और ले जाएगा ।। हो सकता हैं इसमें लगे थोड़ा वक्त जरूर... मगर हुजूर ! याद रखना मेरा इश्क एक नशा हैं... कितना भी कोशिश करना भूल जाने की पर... ये शख्स किसी ना किसी मोड़ पर याद हमेशा आएगा ।। ©aggarwalvivan #मेरा_इश्क़ Chouhan Saab Arun Shukla ( मृदुल) @m