White ऐसा ही चलता रहा सिलसिला प्यार का मन में था तेरे प्यार का समा पर बात बिगड़ती गई आंखों से रिश्ते वोझल होते गए उन से बातो का सिलसिला जब से कम हुआ तब से मेरा हर काम नाकाम हूआ जब जब याद तुम्हारी आयी भीगी राते और दर्द से भरे पल वो हाल तो अजब सा था दूर होके भी तेरे पास होने का ऐहसास था बस ये सपना फिर ना देखा इन निगाहों ने. ©Shayari by Sanjay T #shayari #shayaribySanjayT #lyricswriter