"khamoshiyan" "खामोशियां कितना कुछ कहती हैं न, कोई कोशिश ही नहीं करता समझने की इनको, सब अपने अपने ढंग से मतलब निकाल लेते हैं खामोशी का,कोई नाराजगी समझता है, कोई समझता है बेरुखी, कोई समझ लेता है उदासी, दुनियां लफ्जों के पीछे दौड़ती है खामोशियां अक्सर ही गलतफहमी का शिकार हो जाती हैं, कोई समझ नहीं पाता नजरों की भाषा, जज्बात कुर्बान होते रहते हैं खामोशियां दम तोड़ती रहती हैं,किसी नई गलतफहमी का शिकार बनने तक।" ©Sanjiv Chauhan #खामोशीयाँ