Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर नींद को

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर नींद को आँखो से बिछडते देखा
किसी की याद मे खुद को तडपते  देखा 
बहुत शोक रहा तुझको अपने खयालौ मे लाने मगर आज फिर नींद को आँखो से बिछड़ते देखा
#YOURSVISHI
आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर नींद को आँखो से बिछडते देखा
किसी की याद मे खुद को तडपते  देखा 
बहुत शोक रहा तुझको अपने खयालौ मे लाने मगर आज फिर नींद को आँखो से बिछड़ते देखा
#YOURSVISHI