क्या कहूँ तुझसे. कैसे कहूँ तुझसे. के तु जानती है सब. पेहेचान्ति है सब. मेरे जज़्बात. मेरे दिल की हर बात. इस बार की खामोशी को भी पेहेचान ले. कुछ कहे बिना ही मेरे. इस बार भी. मेरे दिल की अनकहि बातों को जान ले. अपना बना ले मुझे. अपना मुझको मान ले. ©shree #श्री_