करे जब गलती तो निंदा मत करो उसकी, वो इंसान ही है, भगवान थोड़ी है। लगी है ठेस तो सेह लो थोड़ा, चोट ही है, मौत का सामान थोड़ी है। वादा तोड़ रहा है वो तो इसमें नया क्या है, साधारण है, रघुवंशियों की ज़बान थोड़ी है। गर मेहबूब के लिए कुछ करना हो तो मांझी बनना, ताजमहल बनाना मोहब्बत की पहचान थोड़ी है। #nojoto#hindi#reality