तुम घोलो ज़हर फ़िज़ाओं में हम इश्क़ हवा पर लिखते हैं रात अंधेरी, दीप पे पहरे पर झूठ तो फिर भी दिखते हैं मेहनत की लूट भी दिखती है और शोषण की जंजीरें भी बेगारी का आलम भी और भूख की ये तस्वीरें भी हम देख रहे हैं बच्चों को जिनको तुमने बहकाया है हम देख रहे हैं बूढ़ों को जिनको तुमने सनकाया है हत्यारी भीड़ बनाते तुम हो खूनी फाग मनाते तुम हो घायल नदियों को करते हो तुम धरती का रंग हरते हो लाशों की सीढ़ी चढ़-चढ़ कर तुम सत्ता में जो आए हो ये सत्ता नश्वर चीज नही तुमको ये हम दिखलायेंगे गीत महज ना गीत रहेंगे इनको मशाल बनाएंगे ©Manaswin Manu #nojotohindi #revolution #kranti #geet #mashal #Manaswin_Manu