मासूम सपनो को बचाने की तैयारी अपनो को बचाने की माँ ने इक सपना संजोया होगा कोशिश करो हक़ीक़त बनाने की इक इक हाथ बढाओ सब मिल मुसीबत को जल्दी खदेड़ भगाने की हर चीज़ सियासत पर क्या छोड़ना बारी है अब जिम्मेदारी उठाने की कोई देखे न देखे खुदा तो देख रहा है दुआ,दवा,जो बन पड़े वक़्त है दिलाने की मासूम सपनो को बचाने की तैयारी अपनो को बचाने की "सागर अर्णव " #muzaffarpur #nojoto